Pankaj Dheer passes away: भारतीय सिनेमा जगत को बड़ा सदमा लगा है। महाभारत में राजा कर्ण का किरदार निभाने वाले अभिनेता पंकज धीर का निधन हो गया है।
Pankaj Dheer passes away
प्रसिद्ध अभिनेता पंकज धीर का 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वे पिछले लंबे समय से कैंसर की बिमारी से जूझ रहे थे। ये जानकारी उनके दोस्त अमित बहल ने दी है। उनकी मृत्यु की खबर से उनके फैंस और सिनेमा जगत में शोक की लहर है।
Pankaj Dheer का जन्म
Pankaj Dheer का जन्म 9 नवंबर 1956 को पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद अभिनय की दुनिया में कदम रखा। पंकज धीर क शादी अनीता धीर से हुई थी। उनका एक बेटा, निकितन धीर है। निकितन भी अभिनय की दुनिया में हैं। उन्होंने “रेड अलर्ट” और हाउसफुल 4 जैसी फिल्मों में काम किया है।
Pankaj Dheer का करियर
1980 के दशक में पंजक धीर ने कई फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में काम किया। उन्होंने असली पहचान 1988 में टीवी पर प्रसारित हुए BR Chopra के “महाभारत” से मिली।
महाभारत के कर्ण Pankaj Dheer का निधन
पंकज धीर का सबसे यादगार रोल महाभारत में अंगराज कर्ण का था। यह धारावाहिक भारतीय टीवी की दुनिया में मील का पत्थर साबित हुआ। जिसने लाखों दर्शकों को टीवी के सामने बांधकर रखा था। कर्ण का किरदार महाभारत में सबसे जटिल और दुखद नायकों में से एक है। जिसे Pankaj Dheer ने इतनी गहराई से निभाया कि दर्शक उन्हें आज भी अंगराज कर्ण के नाम से जानते हैं।
मूलरूप से कर्ण का रोल किसी और को मिलना था लेकिन पंकज धीर के लुक और मूछों के कारण उन्हें यह किरदार दिया गया। हरियाणा के करनाल में उनके द्वारा निभाए गए किरदार की आज भी पूजा होती है। इस रोल ने उन्हें घर घर में पहचान दिलाई और आज भी उन्हें कर्ण के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा उन्होंने “चंद्रकांता” धारावाहिक में शिवदत्त का किरदार निभाया। जो दर्शकों को आज भी याद है।
पंकज धीर की फ़िल्में
Pankaj Dheer महाभारत तक ही सिमित नहीं रहे। उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में अहम किरदार निभाए हैं। उनकी फिल्मों का विवरण नीचे दिया गया है।
- द ग्रेट मराठा : शिवाजी महाराज
- युग
- सड़क
- सोल्जर
- बादशाह
- इक्के पे इक्का
- उन्होंने अपने अभिनय के करियर में 50 से अधिक प्रोजेक्ट्स में काम किया।
पंकज धीर की मौत कैसे हुई ?
Pankaj Dheer लंबे समय से कैंसर से लड़ रहे थे। इससे पहले वे ठीक हो चुके थे लेकिन हाल ही के कुछ महीनों में बिमारी दुबारा लौट आई और वे कैंसर की जंग हार गए। उनकी मृत्यु 15 अक्टूबर 2025 को मुंबई में हुई। उनका अंतिम संस्कार आज मुंबई के विले पार्ले के पवनहंस श्मशानघाट में किया जाएगा।

