Mukhtar Ansari death Case: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया डॉन से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की इसी साल 28 मार्च को मौत हो गई थी। मुख़्तार अंसारी के परिवार ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर अंसारी को जहर देकर मारने का आरोप लगाया था।
How did Mukhtar Ansari die?
यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 को मौत हो गई थी। मरने से पहले खुद डॉन दे राजनेता बने अंसारी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर धीमा जहर देकर मारने की साजिश का आरोप लगाया था। 28 मार्चको अचानक तबियत खराब होने के बाद मुख़्तार अंसारी को बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। अस्पताल में एडमिट होने के कुछ घंटे बाद मुख़्तार अंसारी की मौत हो गई थी। अस्पताल में मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया था।
Mukhtar Ansari के परिवार ने जहर देकर मारने का लगाया था आरोप
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके परिवार ने यूपी सरकार पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया था। अंसारी परिवार ने कहा था कि यह मौत नहीं बल्कि हत्या है। जिसकी जिम्मेदार योगी सरकार और जेल प्रशासन है। परिवार के आरोपों के बाद योगी सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच करवाई। जांच की फाइनल रिपोर्ट डीएम ने यूपी सरकार को सौंप दी है।
Mukhtar Ansari की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट में भी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था। अंसारी का पोस्टमॉर्टम उनके बेटे के सामने किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मुख़्तार अंसारी की मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया गया था। इसके बाद 20 अप्रैल को विसरा रिपोर्ट में भी जहर से मौत होने की पुष्टि नहीं हुई।
Mukhtar Ansari की मजिस्ट्रियल में हुआ ये खुलासा
गैंगस्टर से राजनेता बने मुख़्तार अंसारी के परिवार के आरोपों के बाद यूपी सरकार ने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया। मौत मामले की न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए थे। अब बांदा जिले के डीएम ने मजिस्ट्रियल जाँच की फाइनल रिपोर्ट तैयार कर योगी सरकार को सौंप दी है। जिसमें मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया। रिपोर्ट में जहर की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट में बताया गया कि मुख़्तार अंसारी के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मने भी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना है। डीएम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अंसारी परिवार को कई नोटिस भेजे गए लेकिन जवाब देने के लिए परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ।
5 महीने तक चली Mukhtar Ansari केस की जांच
पांच महीने तक चली जांच में बांदाजेल अधिकारीयों, कर्मचारियों, रानी दुर्गगवती मेडिकल कॉलेज में मौत से पहले मुख़्तार अंसारी का इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम, मेडिकल कॉलेज के स्टाफ और पोस्टमॉर्टम करने वाली टीम के लोगों के ब्यान लिए गए थे। बांदा जेल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और जेल की उस कोठरी की भी जांच कराई गई, जिसमें मुख़्तार अंसारी बंद थे।