मूल रूप से भारत के सहारनपुर के रहने वाला गुप्ता परिवार 1990 की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका चला गया था। जहां उन्होंने जूतों की दुकान खोली थी। इसके बाद उन्होंने आईटी , मीडिया , खनन कंपनियों को शामिल करने के लिए विस्तार किया। जिनमें से उनका अधिकांश कारोबार बंद हो चुका है या अब बिक चुका है।
गुप्ता ब्रदर्स गिरफ्तार
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने सोमवार के दिन कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने राजेश और अतुल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि उनका तीसरा भाई अजय गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया ?
पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा का मिला था साथ
गुप्ता बंधुओं पर दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर आर्थिक लाभ के लिए और वरिष्ठ नियुक्तियों को प्रभावित करने का आरोप है। हालांकि इन आरोपों का उन्होंने खंडन किया है।
अधिकारियों ने कहा कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रीय संस्थानों से अरबों रैंड लूटने के बाद गुप्ता परिवार दुबई चला गया था। दक्षिण अफ्रीका के न्याय और सुधार सेवा विभाग ने सोमवार को दिन एक अधिकारिक बयान में कहा ,” न्याय और सुधार सेवा मंत्रालय पुष्टि करता है कि उसे संयुक्त अरब अमीरात में कानून प्रवर्तन अधिकारियों से सूचना मिली है कि भगोड़े अतुल और राजेश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। ”
रेड कॉर्नर नोटिस
विश्व स्तर पर कानूनी एजेंसियों को सतर्क करने के लिए गुप्ता ब्रदर्स के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। गुप्ता परिवार 2018 में दक्षिण अफ्रीका से भाग कर दुबई आ गया था। जिसके बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने संयुक्त राष्ट्र में गुप्ता ब्रदर्स को दक्षिण अफ्रीका वापस लाने की अपील की थी। लेकिन संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं थी। यही वजह थी कि गुप्ता ब्रदर्स को वापस नहीं ले जाया जा सका। वहीं जून 2021 में प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए गए। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने इनके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। फ़िलहाल गुप्ता ब्रदर्स दुबई पुलिस की हिरासत में हैं।