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National Cancer Survivors Day पर ताहिरा कश्यप ने लिखी दिल को छू लेने वाली कविता

राष्ट्रीय कैंसर उत्तरजीवी दिवस हर साल जून के पहले रविवार को मनाया जाता है। यह उन सभी के लिए सेलिब्रेट किया जाता है जो कैंसर से निदान पाते हैं और जीवन की वास्तविकता को स्वीकार करते हैं।

राष्ट्रीय कैंसर उत्तरजीवी दिवस हर साल जून के पहले रविवार को मनाया जाता है। यह उन सभी के लिए सेलिब्रेट किया जाता है जो कैंसर से निदान पाते हैं और जीवन की वास्तविकता को स्वीकार करते हैं।

नेशनल कैंसर सर्वाइवर्स डे के मौके पर कैंसर की जंग जीत चुकी लेखक और एक्ट्रेस ताहिरा कश्यप ने दिल को छू लेने वाली एक कविता अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर की है। उनकी ये कविता कैंसर सर्वाइवर्स के लिए बहुत मायने रखती है।

ताहिरा कश्यप ने इस कविता को अंग्रेजी में लिखा है। जिसके कुछ अंश इस प्रकार हैं।

Read in English

कुछ निशान गहरे हैं, कुछ भीतर।
कुछ को देखा जाता है जबकि कुछ को छिपाया जाता है।
निशान की बात यह है कि यह आपको अतीत की याद दिलाता है,
आपके द्वारा सोचे गए दुख के क्षण हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे।
लेकिन इन गॉडडैम निशान के और भी कारण हैं,
वे सितारों की तरह ही दूर छिपे हुए रहस्य हैं।
यह सत्य है जिसे आप नग्न आंखों से नहीं देखते हैं
दुनिया के कामकाज के प्रति उदासीन, एक बड़ा झूठ।
लेकिन मुझे सुनो, इस निशान के लिए और भी बहुत कुछ है,
यह लड़ाई, लचीलापन और आपकी अजेय शक्ति के बारे में भी बात करता है।
मेरा प्यार और उन लोगों का सम्मान, जिन्होंने संघर्ष किया,
विश्वासघाती युद्ध का मैदान जिसे कुछ ने पार किया जबकि कुछ खो गए।

इस तरह ताहिरा कश्यप ने अपने जीवन के कड़वे अनुभव को अपनी कलम के जरिए उकेरा है। आपको बता दें ताहिरा कश्यप बॉलीवुड सुपर स्टार आयुष्मान खुराना की पत्नी है। टॉफी फिल्म में अभिनय करने के आलावा उन्होंने ‘क्रैकिंग द कोड’ और ‘माई जर्नी इन बॉलीवुड’ किताबें लिखी हैं।

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