गुजरात में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ा खुलासा किया है। ACB ने बताया कि कई अफसर लोगों से रिश्वत को किश्तों में लेते हैं। सूरत में एक किसान से 35 हजार की EMI ली गई।
नौकरी-पेशा लोग बैंकों से लोन लेकर अपना घर या कोई अन्य काम करते हैं। बैंक हर महीने निश्चित EMI लेकर अपना कर्ज वसूल करता है। लेकिन गुजरात में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां भ्रष्ट अधिकारी काम करने की एवज में लोगों से किश्तों में रिश्वत ले रहे हैं।
गुजरात के कुछ दरियादिल भ्रष्ट अफसरों ने लोगों का बोझ कम करने के लिए रिश्वत को किश्तों में लेने का तरीका चुना है। गुजराती अफसरों ने ये तरीका इस लिए चुना, ताकि लोगों पर एकदम बोझ न पड़े। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली ये बात है कि लोग भी किश्तों में रिश्वत दे रहे हैं। दरअसल, गुजरात के एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस साल ऐसे कई मामले दर्ज किए हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल 4 अप्रैल को एक किसान से उसके खेत को समतल करने के लिए 86 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। जिसमें उससे पहली किश्त 35 हजार रुपए की मांगी गई थी और बाकि रकम को तीन समान किश्तों में देने की बात हुई थी।
ACB के अनुसार, एक अन्य मामले में दो पुलिस वालों ने साबरकांठा निवासी एक शख्स से 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। ये दोनों पुलिसकर्मी 4 लाख रुपए की पहली किश्त लेकर भाग गए थे। भ्रष्टाचार निरोधक दल के अधिकारीयों के अनुसार, गुजरात में किश्तों में रिश्वत लेने की प्रथा बढ़ रही है और इस वर्ष ऐसे दस मामले दर्ज किए गए हैं।