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फेडरल कोर्ट में जुर्म कबूलने के बाद विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे रिहा

फेडरल कोर्ट में जुर्म कबूलने के बाद विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे रिहा

पांच साल से यूके की जेल में बंद विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को रिहाई मिल गई है। असांजे पर जासूसी और गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक कर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का आरोप लगा था। अब यूएसए के साथ हुए एक समझौते के तहत उनको रिहा कर दिया गया है।

जूलियन असांजे को यूएस कोर्ट ने किया रिहा

3 जुलाई 1971 को ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुए जूलियन असांजे पहले एक हैकर समुदाय से जुड़े और 1996 में उन्हे  हैकिंग के एक मामले में जेल जाना पड़ा था। जेल से रिहा होने के बाद असांजे ने 2006 में विकीलीक्स की स्थापना की। वह 2010 में उस समय सुर्ख़ियों में आए, जब उन्होंने अप्रैल 2010 में इराक में अमरीकी सैन्य अभियान से जुड़ा एक वीडियो जारी किया। जिसमें एक अमरीकी हेलीकॉप्टर हमले में, बगदाद में, आम नागरिकों के साथ दो रॉयटर्स के पत्रकार भी मारे गए थे।

यूएस ने असांजे पर जासूसी से जुड़े 18 मामले दर्ज किए

जुलाई 2010 में असांजे ने करीब एक लाख ऐसे दस्तावेज पब्लिश किए जो अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान से जुड़े थे। अक्टूबर 2010 में इन्होने अमेरिकी सेना से जुड़े करीब 4 लाख खुफिया दस्तावेजों को प्रकाशित किया। अमेरिका ने दस्तावेजों को सार्वजनिक किए जाने को अपनी राष्टीय सुरक्षा को खतरा बताया। यूएस ने असांजे पर जासूसी से जुड़े 18 मामले दर्ज किए।

यूके में जूलियन असांजे की गिरफ्तारी

अप्रैल 2019 में इक्वाडोर दूतावास ने राजनीतिक शरण खत्म की और यूके पुलिस ने जूलियन असांजे को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें जमानत नियम तोड़ने के लिए यूके कोर्ट ने 50 हफ्ते की सजा सुनाई। इस सजा को काटने के बाद भी वह चार और साल जेल में रहे। क्योंकि अमेरिका और स्वीडन असांजे के प्रत्यर्पण की मांग कर रहे थे। जून 2021 में अमेरिकी न्याय विभाग ने असांजे को यूके से यूएस प्रत्यर्पित करने की मांग की थी।

अमेरिका ने प्रत्यर्पण का केस जीता

जनवरी 2021 में यूके कोर्ट ने प्रत्यर्पण के खिलाफ फैसला सुनाया। अदालत ने कहा कि जूलियन असांजे की मानसिक हालत ठीक नहीं है और वे आत्महत्या कर सकते हैं। दिसंबर 2021 में अमेरिका ने प्रत्यर्पण का केस जीत लिया और इस भरोसे पर कि जूलियन को बहुत सुरक्षित तरीके से जेल में रखा जाएगा।

मार्च 2024 में यूके कोर्ट ने असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने पर रोक लगा दी। यूके कोर्ट ने अमेरिका से कहा कि वो इस बात का भरोसा दिलाए कि जूलियन असांजे को मौत की सजा नहीं दी जाएगी।मई 2024 में यूके कोर्ट ने असांजे को अपील की इजाजत दी। उन्हें अपील करने की इजाजत इस आधार पर दी गई कि उनके ऑस्ट्रेलियाई नागरिक होने के कारण उनपर अमेरिकी कानून लागू नहीं होते।

न्याय विभाग और जूलियन असांजे के बीच ये समझौता

24 जून 2024 को अमेरिका के न्याय विभाग और जूलियन असांजे के बीच ये समझौता हुआ कि विकीलीक्स फाउंडर एक अपराध क़बूले करेंगे और उनको जेल की सजा नहीं होगी। जो जेल की सजा उन्होंने यूके में काटी है, उसी में सजा पूरी मानी जाएगी।

आज बुधवार को  फेडरल कोर्ट में तीन घंटे की सुनवाई के दौरान जूलियन असांजे ने अमेरिका के गोपनीय दस्तावेजों को प्राप्त करने और उनको पब्लिश करने के मामले में खुद को दोषी माना। लेकिन उन्होंने खुद को दोषी मानते हुए अदालत में यह भी कहा कि संविधान का पहला संशोधन उन्हें यह अधिकार देता है।

इससे पहले यूके की जेल से छूटने के बाद जूलियन असांजे अपनी पत्नी स्टेला और बच्चों के साथ ऑस्ट्रेलिया गए थे। वहां से एक स्पेशल चार्टर विमान के जरिए अमेरिकी प्रशांत द्वीप की साइपन अदालत में पेशी के लिए पुहंचे। जहां उन्होंने अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत अपने दोष को कबूल किया।

रिहा हुए जूलियन असांजे

यूएसए की जिला न्यायधीश रमोना वी.मेंग्लोना ने उनकी दोष याचिका स्वीकार कर ली। इसके बाद असांजे को अमेरिकी जासूसी कानून का उल्लंघन करने का दोषी करार दिए जाने के बाद रिहा कर दिया गया।उन्हें ब्रिटिश जेल में काटी गई सजा के कारण रिहा कर दिया गया। इस तरह एक दशक से भी अधिक चले इस केस पर विराम लग गया।

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