Manipur Violence: मणिपुर में पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से हिंसा जारी है। इस हिंसा में सैंकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में शुरू हुई हिंसा पर रिपोर्ट जारी करने वाली फैक्ट फाइंडिंग टीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मणिपुर हिंसा के संबंध में राज्य का दौरा करने वाली एक फैक्ट फाइंडिंग टीम ने इसे सरकार प्रायोजित बताया था। जांच टीम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह खुलासा किया था। द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन वुमन की तीन सदस्यीय टीम ने 28 जून से 1 जुलाई के बीच राज्य का दौरा किया था। इस टीम की सदस्य निशा सिद्धू, एनी राजा और दीक्षा दिवेदी के खिलाफ एल लिबेन सिंह नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई है। लिबेन ने राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने, उकसाने और मानहानि सहित संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है।
फैक्ट फाइंडिंग टीम की सदस्य तीनों महिलाओं ने 2 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मणिपुर हिंसा को सरकार प्रायोजित करार देते हुए कहा था कि राज्य में झड़पें सांप्रदायिक हिंसा नहीं हैं और न ही दो समुदायों के बीच की लड़ाई है। इसमें जमीन, संसाधनों और उग्रवादियों की उपस्थिति के प्रश्न हैं। सरकार ने अपने छिपे हुए कारपोरेट समर्थक अजेंडा को चलाने के लिए बड़ी चतुराई से ये रणनीति अपनाई है। जिसके कारण यह संकट खड़ा हुआ।